पटना, 30 सितम्बर: समाज कल्याण विभाग के समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) निदेशालय ने आम जनता को पोषण और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है . कोई भी व्यक्ति टॉल फ्री नंबर 18001215725 पर फ़ोन कर पोषण और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा (ईसीसीई) से जुड़ी जानकारियां घर बैठे प्राप्त कर सकता है.
श्री आलोक कुमार, निदेशक, समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशालय, ने कहा कि पोषण के बारे में जन जागरूकता के लिए यह टॉल फ्री नंबर जारी किया गया है. इसके माध्यम से हम आम लोगों के बीच आसानी से पहुँच सकते है और उन्हें सही जानकारी दी जा सकती है. अभी भी आम जनता के बीच बच्चों के पोषण से जुड़ी कई भ्रांतियां व्यापत है. इस पहल से इन भ्रांतियों को दूर करने में मदद मिलेगी. जन जागरूकता के लिए यह एक अनूठी पहल है. शुरू किये गए इस निशुल्क: नंबर से बच्चों, गर्भवती एवं धात्री माताओं, किशोर-किशोरियों समेत पूरे परिवार के पोषण की जानकारी प्राप्त की जा सकती है. साथ ही इस हेल्पलाइन पर बच्चों के जीवन में शुरूआती वर्षों के महत्व, बच्चों के मस्तिष्क विकास की प्रकिया एवं प्रभावित करने वाले कारकों, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा की अवधारणा एवं महत्व और 3-6 वर्ष के आयु के बच्चों की वृद्धि एवं विकास से जुड़ी हर जानकारी भी उपलब्ध है.
वॉइस ब्रॉडकास्ट की भी हुई शुरूआत
टॉल फ्री नंबर के साथ ही स्तनपान और बच्चों के पूरक आहार को लेकर वॉइस ब्रॉडकास्ट की भी शुरूआत की गई. इसके माध्यम से लोगों के मोबाइल पर बच्चों के पोषण से जुड़े संदेश भेजे जा रहे हैं . पोषण माह के दौरान वॉइस ब्रॉडकास्ट के में यह अपील की जा रही है कि शिशु को पहले छ: माह तक सिर्फ मां का गाढ़ा पीला दूध ही दें और छ: की आयु पूरी होने के बाद बच्चों को मसला हुआ भोजन अवश्य खिलाएं. भोजन में अनाज, फल, सब्जी, अंडा एवं मांस-मछली इत्यादि शामिल करें
प्रभावशाली लोगों की अपील के माध्यम से लोगों को किया जा रहा है जागरूक
इससे के साथ ही बिहार से जुड़े कला, फिल्म, साहित्य, संगीत के क्षेत्रों के प्रसिद्ध लोगों द्वारा हर घर पोषण त्यौहार को अपनाकर कुपोषण दूर करने के लिए अपील की जा रही है ताकि सभी लोग अपने इस जन आन्दोलन का हिस्सा बन सकें.
इसके अलावा सभी आयु वर्गों के लिए ऑनलाइन पोषण प्रतियोगिता का भी आयोजन http: //icdsquiz.dtpl.bizपर किया जा रहा है जिसमे भाग लेकर प्रतिभागी पोषण चैम्पियन का प्रमाण पत्र हासिल कर सकते हैं.