पटना, 8 अगस्त: जन अधिकार छात्र परिषद् ने राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास पर विरोध-प्रदर्शन किया तथा जमकर नारेबाजी की। छात्र नेताओं ने बाढ़ और पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष कुमार के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर के मुद्दे पर सुशील मोदी के आवास का घेराव किया।
विरोध-प्रदर्शन करने के लिए जन अधिकार छात्र परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष विशाल कुमार और युवा परिषद् के महासचिव विनय कुमार को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विशाल कुमार ने कहा कि पीयू छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष कुमार पर आईपीसी की धारा 302 के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज कर 100 दिनों से जेल में बंद रखा गया है। अगर मनीष पर 2019 में एफआईआर दर्ज था तो प्रशासन उस वक्त कहाँ था जब मनीष ने चुनाव लड़ा और जीता। मनीष के खिलाफ यह कार्रवाई राजनीतिक रूप से प्रेरित है।
विशाल कुमार ने आगे कहा कि आज आधा बिहार बाढ़ ग्रस्त है। जीवन और मौत से जूझने वाले बिहार की जनता को देखने के लिए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी एक दिन भी बाहर नही निकले। हम बिहार के युवा हैं इसलिए हमें घुटन होती है। पिछले 15 वर्षो में चिमकी बुखार, बाढ़, जलजमाव में उन्होंने कभी जनता का हाल नहीं जाना। सुशील मोदी समेत एनडीए के सभी नेता क्वारंटाइन हैं।
विरोध-प्रदर्शन में जन अधिकार छात्र परिषद् के महासचिव आदित्य मिश्रा, निशांत कुमार, दीपंकर, विक्की और जन अधिकार युवा परिषद के महासचिव सनी कुमार, नीतीश सिंह, आशीष विकाश, विकास बंसी, रमेश कुमार, उत्कर्ष कुमार शामिल थे।